Monday, 11 May 2015

सोशल साइट का का हमारी ज़िंदगी मे बढ़ती दखलन्दजी


 

जब से फेसबुक , व्हाट्साप तमाम ऐसी सोशल साइट चल गई भाई लोग हल चल पूछने से पहले ये पूछते है कि अमा एफ़बी मे हो ,व्हाट्साप  पे कब आ रहे हो | पूरा दिन आज के लौंडे इसी मे चिपके रहते है  भाई लोगो कि वजह से मुझे भी स्मर्त्फ़ोने लेना पड़ा है |

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