पहले कहते थे केन्द्रीय
कर्मचारियो की मौज है | हफ्ते मे दो
दिन की छुट्टी , हर 6 महीने मे बिना मांगे मंहगाई भत्ता मे
बढ़ोत्तरी ,घूमने फिरने की सुविधा |
शनिवार रविवार के साथ छुट्टी पड़ी नहीं के बन गया बाहर घूमने का प्लान लेकिन अब ये
मस्ती काफ़ूर हो गई जब से मोदी सरकार आई है काम ,काम सिर्फ
काम ही रह गया है | सबसे बड़ा काम है समय से दफ्तर पाहुचना
अगर समय से दफ्तर नहीं पाहुव्हे तो बायोमीट्रिक हमारी हाजिरी नहीं दिखाएगा | ये एक अच्छी पहल है काम का माहौल बनाने के लिए|
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