Monday, 11 May 2015

रिश्ता


         

भाई कोई आप को ये कहे कि मै आप से बहुत प्यार करती हू  और आप से शादी करना चाहती हूँ तो  क्या आप उस मोहतरमा से शादी कर लेंगे मेरे विचारो के होंगे तो कहेंगे ना इसलिए कि भाई लोग शादी के लिए प्यार के साथ ही साथ कई और भी वजह मायने रखती है जैसे आपसी समझदारी , एक दूसरे पर विश्वास , सुख दुख मे साथ आना , एक दूसरे कि इज्ज़त करना  वगैरह वगौरह तो कोई अब आप से कहे तो पहले इन सब कसौटी पर परख लेना वरन ज़िंदगी भर अपना सर नोचोगे फिर कोई समझने वाला नहीं मिलेगा अभी फ्री मे बता रहे है काइडे से दिमाग मे बैठा लो भाई |

सोशल साइट का का हमारी ज़िंदगी मे बढ़ती दखलन्दजी


 

जब से फेसबुक , व्हाट्साप तमाम ऐसी सोशल साइट चल गई भाई लोग हल चल पूछने से पहले ये पूछते है कि अमा एफ़बी मे हो ,व्हाट्साप  पे कब आ रहे हो | पूरा दिन आज के लौंडे इसी मे चिपके रहते है  भाई लोगो कि वजह से मुझे भी स्मर्त्फ़ोने लेना पड़ा है |

अपनी सोच बदलो भाई


 

अभी हाल मे पंजाब के मोंगा मे चलती बस मे माँ बेटी के साथ बदतमीजी होती है बस मे बैठा कोई भी बंदा उनका साथ नहीं देता दरीदे उन्हे बस से बाहर फेंक देते है | दो चार दिन के इलाज़ के बाद बेटी कि मौत हो जाती है फिर शुरू होता है लोगो का धारणा प्रदर्शन , शाम को मोमबत्ती लेकर रोड पर निकालना | इतना करने के बाद हमारे फर्ज़  पूरे हो गए जब तक हम अपनी मानसिकता नहीं बदलेगे तब तक भाई कुछ नहीं बदलेगा |

 

गर्मी का मौसम


 

इस बार गर्मी पड़ने के ज़्यादा आसार है उसकी शिद्दत अभी से महसूस होने लगी है 46 डिग्री तापमान | वैसे मौसम भी अपने वक़्त से नहीं आता अब तो फरवरी मार्च मे बारिश होने लगी है | ये जो मौसम चक्र बदला है उसके लिए हम ही काफी हद तक जिम्मेदार है अगर जल्द ही हम अपनी ज़िम्मेदारी नहीं समझेंगे तो यही होगा बेमौसम बारिश फसल बर्बाद , ज़्यादा गर्मी पड़ेगा सूखा अभी भी कुछ बिगड़ा नई है भाई लोग ऊपर वाला बड़ा दयावान है वो स्वार्थी नहीं है भाई अपनी गलतियाँ सुधारो और अपने आने वाली पीढ़ी को शानदार ज़िंदगी मुहैया कराओ |

खत्म होती गौरैया


 

 कुछ वक़्त पहले घर जाओ तो आँगन मे कई सारी गौरैया ची ची करती हुई दिख जाती थी उनकी खास बात ये थी कि उनको एक बार दना खाना देने पर वो रोज उसी वक़्त उसी जगह पाहुच जाती हैं उनका घोसला हमारे घरो कि कच्ची छत मे होता था पर अब गाँव मे कच्चे मकान कि जगह पक्के पक्के मकानो ने ले लीआ है अब उनके घर उजड़ गए है आँगन कि वो ची ची करती आवाज़ अब सुनने को नहीं मिलती बेशक आप पक्के मकान बनवाएँ लेकिन उनका भी ध्यान रखे और चाटो मे आँगन मे एक कटोरी मे पानी खाना रख दे |

मोदी सरकार के एक साल


 

मोदी सरकार के बने एक साल हो गए क्या आप से किए गए वादे पूरे हो पाए या आपको उम्मीद है पूरे होने के , क्या  महंगाई कम हुई , क्या आपकी आम्दानी बढ़ी , क्या रिश्वतखोरी बंद हुई , क्या महिलाएं महफूज हुई , ये हमारे देश मे कुछ ऐसे मसले है जिनपर बड़े बड़े भाषण दिए जा सकते है पर बिना जमीन पर उतरे इन्हे रोका या खत्म नहीं किया जा सकता |

अधिकार के मायने


 

जिस दिन से (5 मई ) को हमारा थर्ड सेमेस्टर का रिज़ल्ट आया है उसी दिन नुमबर के लिए हल्ला मचना शुरू हो गया है , आप पूरे विशविद्यालय घूम आई काही कोई ऐसा नोमबर के लिए लफड़ा नहीं करता वज़ा ह ये है आप को इतने बोलने के अधिकार नहीं दिए गई है |

यहा पर एक बात गौर करने वाली है कि वही लोग समस्या खड़ी कर रहे है जिनके नंबर ज्यादा है वो अपनी कमियो को छिपा रहे है वो किस तरीके से नंबर लाए है  सब को पता है |

 समझ नहीं आता कि जो प्रवेश परीक्षा मे 20-40 नंबर लाए थे वो यहा के हीरो बन गए |